सबसे पहले मेरी क्रिसमस. उसके बाद यह पोस्ट. जो लिखी है 'मसाला चाय'के लेखक दिव्य प्रकाश दुबेने. एक बात है मुझे तो आइडिया जोरदार लगा. आप भी पढ़कर देखिये कि कैसे प्राउड फंडिंग से सिनेमा बन सकता है और हम आप उसका हिस्सा भी बन सकते हैं- प्रभात रंजन
======================================================
बड़ा भाई अपनी छोटी बहन से कहता है-
“तुझको तो इतना भी नहीं पता गोवा किधर है ?”
इस पर बहन बोलती है
“वास्को डिगामा को पता था कि गोवा किधर है,फिर भी वो पहुँच गया था न”
“वो गोवा नहीं कोच्चि पहुँचा था” भाई आने आप को सही करते हुए बोलता है
“सब एक ही हैं,‘पहुँचा’तो था न” बहन भाई को गलत साबित करते हुए बोलती है
एक भाई जिसकी उम्र होगी यही कोई 11 साल,एक बहन जिसकी उम्र होगी करीब 7 साल,मुंबई से गोवा के लिए चल देते हैं। क्यूँ चल देते हैं,अपनी दादी से मिलने। जब वो घर पर बिना बताए चलना शुरू कर देते हैं तब तक ये कहानी खास नहीं होती है लेकिन जैसे जैसे वो आगे बढ़ते हैं वो सफर हमारा हो जाता है। वो सफर जो हम कभी शुरू नहीं कर पाये,वो सफर जो शुरू तो किया लेकिन पूरा नहीं हुआ । हम उन बच्चो के भटकने में अपने भूले बिसरे ठिकानों पर पहुँच जाते हैं। सफर में क्या हुआ,दादी मिलीं भी कि नहीं,वो बच्चे पहुँचते पहुँचते नंगे पाँव क्यूँ हो गए ये सब तो जब आप फिल्म देखेंगे तो पता चल ही जाएगा।
‘Barefoot to goa’ फिल्म की कहानी आराम से धीरे धीरे असर करती है जैसे कभी हमारी ‘नानी’कहानी सुनाते हुए हमारा सर हौले-हौले सहलाती थीं। जब ये पता नहीं चलता हो ज़्यादा अच्छा लग क्या रहा है,कहानी या नानी का सर सहलाना या दोनों।
ये फिल्म मार्च’15 में रीलीज़ होगी। नीचे सभी डिटेल्स हैं। हाँ अगर कभी आपकी ये तमन्ना रही हो कि किसी फिल्म के क्रेडिट में आप अपना नाम देखें तो इस फिल्म में ‘crowd funding’ नहीं ‘proud funding’ कीजिये । बस एक आखिरी चीज़ #proudfundingकरने का फैसला लेने में कोई कनफ्यूजन हो रहा हो तो बस एक मिनट के लिए उन सारी फिल्मों को याद कर लीजिएगा जिन्होने ‘आपको’और ‘सिनेमा’दोनों को लूटा था।
फिल्म के लेखक और डाइरेक्टर हैं जो कि IRMA से एमबीए हैं। जिसने भी कभी एमबीए की तैयारी की होगी वो जानता होगा IRMAसे एमबीए के क्या मायने होते हैं। एमबीए वालों को फिल्म लाइन में अच्छा काम करते देख हौसला तो मिलता ही है सुकून ज़्यादा मिलता है कि ‘चलो यार अपन भी ठीक रस्ते पर हैं’।
आपको लगे कि आपको कोई दोस्त इसमें Proud Fundingकर सकता है तो इस पोस्ट को आगे जरूर बढ़ाएँ।
फिल्म के बारे में: http://www.barefoottogoa.com/
Proud Funding के बारे में: http://www.barefoottogoa.com/crowd-fund/index.html