बाहर का उजाला मन को अँधेरा कर जाता है!
दीवाली से छठ तक बिहार में आज भी एक उत्सव का माहौल बना रहता है. साल भर लोग इन्तजार करते हैं इस त्यौहार का. इसी को याद करते हुए अपने बचपन के दिनों में चली गई हैं युवा कवयित्री रश्मि भारद्वाज- मॉडरेटर...
View Articleबाल दिवस पर डॉ मधु पंत की कुछ कविताएँ
जवाहरलाल नेहरु के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है. यह समय उनको विशेष रूप से याद करने का है. मधु पन्त की कुछ कवितायेँ बच्चों के लिए- मॉडरेटर...
View Article'नॉन रेजिडेंट बिहारी: कहीं पास कहीं फेल'का एक अंश
इन दिनों युवा लेखक शशिकांत मिश्रके उपन्यास 'नॉन रेजिडेंट बिहारी: कहीं पास कहीं फेल'की सुगबुगाहट सुनाई दे रही है. अमेज़न पर प्री-बुकिंग चल रही है. उसका एक रोचक अंश- मॉडरेटर...
View Articleआइस-कोटेड सपनों का एक घर हम भी बना लेंगे
हिंदी कविताओं में कितने प्रयोग हो रहे हैं, उनकी भाषा को लेकर कितना काम हो रह है यह पत्र-पत्रिकाओं को पढने से पता नहीं चल पाता. उनमें कविता के बने-बनाए सांचे होते हैं बस कवियों के नाम बदल जाते हैं. आज...
View Articleपेरिस हमला और इसके बाद !
पेरिस में हुए आतंकी हमले और उसके पहले-बाद की राजनीतिक परिस्थितियों को लेकर जाने-माने लेखक अरुण माहेश्वरी ने बड़ा तर्कपूर्ण विश्लेषण किया है- मॉडरेटर...
View Articleपाकिस्तान की शायरा अम्बरीन हसीब 'अम्बर'की चुनिन्दा ग़ज़लें और शेर
इंदौर में पाकिस्तान की शायरा अम्बरीन हसीब 'अम्बर'को सुनने-जानने का मौका मिला. तरक्कीपसंद उर्दू शायरी पर पीएच.डी. करने वाली अम्बरीन परवीन शाकिर के शहर कराची की रहने वाली हैं. उनकी शायरी में भी परवीन...
View Articleरस्किन बांड की कहानी 'पुखराज'
आज रस्किन बांडकी एक सिग्नेचर कहानी, जिसका बड़ा सुन्दर अनुवाद किया है रश्मि भारद्वाजने- मॉडरेटर ========हिमालय की चीर से भरी ढलानों को निहारते हुए दी ब्लू दन्यूब की स्वरलहरियों को सुनना भी एक विचित्र...
View Articleइम्तियाज़ का प्रेम और 'तमाशा'का जादू
इम्तियाज़ अली की फिल्म'तमाशा'की समीक्षा लिखी है भाई नवल किशोर व्यासने. आप भी पढ़िए- मॉडरेटर =========इम्तियाज अली मन की भीतरी कंदराओं में प्यार के अहसासो को खोजते फिल्मकार है। उनकी फिल्मो के कथ्य के मूल...
View Articleऋत्विक घटक का सिनेमा और 'मेघे ढाका तारा'
ऋत्विक घटक की महान फिल्म 'मेघे ढाका तारा'के बहाने उनकी सिनेमाई पर सैयद एस. तौहीद ने एक अच्छा लेख लिखा है- मॉडरेटर ====================दुनिया के सबसे वंचित फिल्मकारों में ऋत्विक घटक का नाम प्रमुखता से...
View Article'पाप के दस्तावेज'बनाम 'पुण्य का साहित्य'
'कादम्बिनी'पत्रिका के दिसंबर अंक में गंभीर साहित्य बनाम लोकप्रिय साहित्य पर मेरा लेख प्रकाशित हुआ है. आपके लिए- प्रभात रंजन =============================हिंदी में सौभाग्य या दुर्भाग्य से गंभीरता को ही...
View Articleजलेस से कुछ सवाल
मार्क्सवादी आलोचक अरुण माहेश्वरीने जनवादी लेखक संघ को लेकर कुछ बहसतलब सवाल उठाये हैं. पढ़िए और विचार कीजिए- मॉडरेटर ======================कुमकुम सिंह जी ने एक मैसेज भेजा है -अरुण जी, मैं यह जानना...
View Articleअंतर्मन की 'अंतरा'
हाल में ही एक काव्य-पुस्तक हाथ आई-'अंतरा'. कवि का नाम पढ़कर ध्यान ठहर गया- विश्वनाथ. श्री विश्वनाथ जी का कुछ साल पहले ही देहांत हुआ. राजपाल एंड सन्ज प्रकाशन के प्रकाशक के रूप में उनका नाम बरसों से जानता...
View Articleस्त्री-लेखन में नयापन नहीं है?
आज 'प्रभात खबर'में मेरा एक छोटा-सा लेख आया है. उसका थोड़ा सा बदला हुआ रूप- प्रभात रंजन =================================================================अभी हाल में एक वरिष्ठ आलोचक महोदय से बात हो रही थी...
View Articleस्मिता पारिख की नज्में
हिंदी में नज्में कम लिखी जाती हैं. अहसास की शिद्दत कविताओं में कम दिखाई देती है. कुछ बने-बनाए सांचे हैं, कविताओं के, विचार के ढांचे हैं, जिनमें रूह की सच्ची आवाज दब जाती है. कल पटना पुसक मेले में...
View Articleराबर्ट ब्रेसां का मर्मस्पर्शी सिनेमा
उर्दू के उस्ताद लेखक कृशन चंदर ने एक उपन्यास लिखा था 'एक गधे की आत्मकथा'. मशहूर फ्रेंच फिल्मकार रॉबर्ट ब्रेसांने गधे को लेकर एक मर्मस्पर्शी फिल्म बनाई थी 'Au Hasard Balthazar'. इसी फिल्म पर सैयद एस....
View Articleअनुवादक का कोई चेहरा नहीं
हिंदी में अनुवाद और अनुवादक की स्थिति पर यह एक छोटा-सा लेख आज'प्रभात खबर'में आया है- प्रभात रंजन =========अनुवाद तो बिकता है अनुवादक का कोई चेहरा नहीं होता- एक पुराने अनुवादक के इस दर्द को समझना आसान...
View Articleभिखारी ठाकुर की जयंती और स्त्री मन से मेल-मिलाप की बात
आज भिखारी ठाकुरका जन्मदिन है. इस मौके पर उनकी कला, उनके सरकारों को याद करते हुए, अपने अनुभवों को बुनते हुए युवा लोकगायिका चन्दन तिवारीने एक बहुत अच्छा लेख लिखा है. इससे उनके अपने सरोकारों का भी पता...
View Articleजिनको दुनिया की सबसे सुन्दर अभिनेत्री माना गया था
आज गुजरे जमाने की महान अदाकारा नलिनी जयवंतकी पुण्यतिथि है. उनके अभिनय, उनके मकाम को बड़े प्यार से याद किया है सैयद. एस. तौहीद ने- मॉडरेटर ===============================================गुजरे जमाने की...
View Articleप्रेम बिना हिंदी सूना
कल प्रभात खबर में मेरी एक छोटी-सी टिप्पणी आई थी. पढ़कर बताइयेगा- प्रभात रंजन =======================================================आज ही एक अखबार के लिए साल भर की किताबों का लेखा-जोखा लिख रहे मित्र ने...
View Articleवे भाषा की भूलों को कभी नहीं भूलते थे
पंकज सिंह- पहली बार मदन मोहन झा सर ने उनका नाम लिया था. कहा था कि बहुत बड़े कवि हैं. वे राजनीति शास्त्र पढ़ाते थे. सीतामढ़ी के गोयनका कॉलेज में. मिलना बहुत बाद में हुआ जड़ दिल्ली विश्वविद्यालय में पढता था...
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