संजय चतुर्वेदी की चुनिन्दा कविताएं
आज संजय चतुर्वेदीकी कवितायेँ. 90 के दशक में इनकी कविताओं ने कविता की भाषा बदली थी, संवेदना का विस्तार किया था. मुझे याद है 'इण्डिया टुडे'के साहित्य वार्षिकांक में इनकी एक कविता छपी थी जिसमें एक पंक्ति...
View Article‘दिल्ली में पैसा है। गांव में कुछ भी नहीं’
कुछ महीने पहले बिहार के सिवान में 'कथा शिविर'का आयोजन किया गया था. जिसमें कई पीढ़ियों के लेखकों ने हिस्सा लिया. लेखक-लेखिकाओं ने वहां के जीवन को करीब से देखा और बाद में अपने लेखन में याद किया. यहाँ...
View Articleजोगेंद्र पॉल का उपन्यास अंग्रेजी में
जोगेंद्र पॉल उर्दू के जाने माने लेखक थे. . हाल में ही उनका देहांत हुआI उनके उपन्यास ''नादीद ''का अंग्रेजी अनुवाद प्रकाशित हुआ है'ब्लाइंड'नाम से. अनुवाद सुकृता पॉल कुमार और हिना नंदराजोग ने किया...
View Articleजय नारायण बुधवार की ग़ज़लें
जय नारायण बुधवारको बरसों से हम 'कल के लिए'पत्रिका के संपादक के तौर पर जानते रहे हैं. वे बहुत अच्छी क्लासिकी अंदाज़ की ग़ज़लें लिखते हैं. आज उनकी चुनिन्दा ग़ज़लें- मॉडरेटर ======================1. कुँआ ये...
View Articleउषाकिरण खान की कहानी 'कौस्तुभ स्तंभ'
उषाकिरण खानहिंदी की वरिष्ठ लेखिका हैं. मिथिला की मिटटी-पानी की गंध उनकी रचनाओं में खूब है. बिहार के बाढ़ के मौसम में उनकी यह कहानी याद आई- मॉडरेटर ====================================== ‘माँ ........
View Articleरचना भोला यामिनी की स्मरण-कथाएं
सोशल मीडिया ने लेखन की नई नई विधाओं के लिए स्पेस बनाया है. बनी-बनाई विधाओं में तोड़-फोड़ करते हुए. उदाहरण के लिए रचना भोला यामिनीके इन छोटे छोटे गद्यांशों को ही ले लीजिये. चाहे तो इसे स्मरण-कथा नाम दे...
View Articleफेसबुक के हिंदी समाज के नाम एक खुला पत्र- गगन गिल
पिछले कुछ दिनों से गगन गिलसहित कुछ कवयित्रियों के बारे में फेसबुक पर जैसी घिनौनी बातें की जा रही हैं वह शर्मनाक हैं. किसी भी लेखिका के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग निंदनीय है. जानकी पुल हमेशा से...
View Articleसंजू शब्दिता के कुछ शेर
संजू शब्दिताबहुत अच्छे शेर कहती हैं. फेसबुक पर उनके कई शेर पढ़कर मैं बहुत मुतास्सिर हुआ. यहाँ उनके करीब 60 चुनिन्दा शेर हैं. पढियेगा और अच्छी लगे तो दाद भी दीजियेगा- मॉडरेटर...
View Articleजौन ईलिया 'गुमान'और कुछ ग़ज़लें
मजरूह सुल्तानपुरी ने जौनईलियाको शायरों का शायर कहा था. वे उर्दू में नासिर काज़मी के बाद दूसरे ऐसे शायर हैं जिनकी मकबूलियत मरने के बाद बढती गई है. सोशल मीडिया के जमाने में तो ऐसा लगता है कि बस वही एक...
View Articleशिक्षक दिवस पर एक शिक्षक की ओर से पांच बातें
आज शिक्षक दिवस है. आज युवा लेखक और शिक्षक शशिभूषणने विद्यार्थियों के लिए पांच बातें लिखी हैं- मॉडरेटर ============== शिक्षक दिवस पर पाँच बातेंप्रिय विद्यार्थियो, मौका है कि शिक्षक दिवस पर मैं आपसे कुछ...
View Articleफेसबुक-डिबेट और फेसबुकिया सपने
आजकल हिंदी वाले फेसबुक पर खूब डिबेट में लगे हुए हैं. अपने डॉक्टर व्यंग्यकार प्रवीण कुमार झाका यह व्यंग्य-लेख इसी पर है- मॉडरेटर ==========================प्रयाग में आज शास्त्रार्थ 'रिविजिटेड'का आयोजन...
View Articleविनोद भारद्वाज की कुछ कविताएँ
1. एक तरफ हिंदी के बड़े प्रकाशक यह कहते हैं कि हिंदी में कविता की किताबें नहीं बिकती हैं. दूसरी तरफ, हिंदी के नए-नए प्रकाशक कविता की किताब बड़े प्यार से छापते हैं. अभी हाल में ही Anybook प्रकाशन ने जौन...
View Articleगैब्रियल गार्सिया मार्केस की कहानी 'संत'
मदर टेरेसा को संत की उपाधि दी गई तो स्पैनिश लेखक गैब्रियल गार्सिया मार्केसकी कहानी 'सेंट'की याद आई. अंग्रेजी की प्राध्यापिका और वरिष्ठ लेखिका विजय शर्माने इस कहानी का अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद किया...
View Articleहिंदी जगत के लिए एलियन जैसे थे नीलाभ- भूमिका द्विवेदी
'सामायिक सरस्वती'पत्रिका का जुलाई अंक हाथ में आया तो सबसे पहले इस स्मरण-लेख पर नजर ठहर गई. पढता गया, नीलाभजी की यादों में डूबता गया. उनकी पत्नी भूमिका द्विवेदीने बहुत दिल से लिखा है और नीलाभ जी के...
View Articleगीताश्री की नयी कहानी 'टच मी नॉट'
गीताश्रीकी कहानियों की रेंज बहुत बड़ी है. दुर्भाग्य से उनकी कहानियों के ऊपर ध्यान नहीं दिया गया है. एक तरफ उन्होंने गाँव-देहातों की सशक्त स्त्री पात्रों को लेकर कहानियां लिखी हैं तो दूसरी तरफ समकालीन...
View Articleभारत भूषण पन्त की ग़ज़लें
आज भारत भूषण पन्तकी ग़ज़लें. भारत भूषण पन्त शायर वाली आसी के शागिर्द रहे और मुनव्वर राना के उस्ताद-भाई. एक बार मुनव्वर राना ने 'तहलका'पत्रिका में दिए गए अपने इंटरव्यू में उनकी शायरी की चर्चा भी की थी....
View Articleकड़वे बादाम की खुशबू और 'लव इन द टाइम ऑफ़ कॉलरा'
गैब्रियल गार्सिया मार्केज़ के उपन्यास 'लव इन द टाइम ऑफ़ कॉलरा'प्रेम का महाकाव्यात्मक उपन्यास है. इस उपन्यास की न जाने कितनी व्याख्याएं की गई हैं. इसके कथानक की एक नई व्याख्या आज युवा लेखिका दिव्या विजयने...
View Articleसुदीप नगरकर का उपन्यास 'वो स्वाइप करके उतर गई दिल में मेरे'
सुदीप नगरकरअंग्रेजी में उपन्यास लिखते हैं और युवाओं के चहेते हैं. मैं जब पिछली बार पटना गया था पटना विश्वविद्यालय के विद्यार्थी सत्यम कुमार झा के हाथ में उनका उपन्यास देखकर चौंक गया था. मैंने सोचा उसके...
View Articleन्यू टाइप हिंदी में हैपी हिंदी डे!
आज हिंदी दिवसहै. यह दिवस क्या हिंदी का स्यापा दिवस होता है? हर साल सरकारी टाइप संस्थाओं में हिंदी के विकास का संकल्प ऐसे लिया जाता है जैसे 2014 के आम चुनाव में भाजपा ने देश के विकास का संकल्प लिया था....
View Articleरेखा के रहस्य को उद्घाटित करने वाली किताब
इन दिनों यासिर उस्मानद्वारा रेखा पर लिखी गई किताब'रेखा: द अनटोल्ड स्टोरी'की अंग्रेजी में बहुत चर्चा है. जगरनौट प्रकाशन से प्रकाशित यह किताब अब हिंदी में भी आने वाली है. बहरहाल, युवा लेखिका दिव्या...
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