रस्किन बांड की कहानी 'अँधेरे में एक चेहरा'
रस्किन बांड ने भूतों-प्रेतों की अलौकिक दुनिया को लेकर अनेक कहानियां लिखी हैं. उनकी ऐसी ही कहानियों का संकलन 'अँधेरे में एक चेहरा'नाम से राजपाल एंड संजप्रकाशन से प्रकाशित हुआ है. अंग्रेजी से इन कहानियों...
View Articleक्यों 'पिंक'जैसी फिल्मों की जरूरत है संवेदनहीन पुरुष समाज के लिए?
अनिरुद्ध रॉय चौधरी निर्देशित और रितेश शाह लिखित फिल्म 'पिंक'की बड़ी चर्चा है. इस फिल्म के प्रभाव को लेकर, इसके द्वारा उठाये गए सवालों को लेकर लेखिका दिव्या विजयने यह टिप्पणी लिखी है- मॉडरेटर...
View Article'पिंक'की आलोचना करना रिस्क उठाने जैसा है
'पिंक'फिल्म को लेकर एक अलग दृष्टिकोण से कुछ तार्किक सवाल उठाये हैं अभिनय झाने- मॉडरेटर ============================मौज़ूदा धारा से थोड़ा हटकर “पिंक” सिनेमा की आलोचना करना मॉब लिंचिंग का शिकार होने का...
View Articleराकेश तिवारी के उपन्यास 'तिराहे पर फसक'का अंश
राकेश तिवारीका कहानी संग्रह कुछ समय पहले आया था- मुकुटधारी चूहा. अच्छी कहानियां थीं. उनके लेखन में एक अन्तर्निहित विट है जो पाठकों को बांधता है. यह उनके इस उपन्यास में भी दिखाई देता है. फसक कुमाऊंनी...
View Articleमनोज कुमार पाण्डेय की कहानी 'मदीना'
मनोज कुमार पाण्डेय समकालीन लेखकों में सबसे नियमित और निरंतर कुछ बेहतर लिखने के लिए जाने जाते हैं. उनकी यह नई कहानी भी इसी ताकीद करती है- मॉडरेटर ==========================================गाँव में मेरा...
View Articleइरशाद ख़ान सिकंदर की ग़ज़लें
असली नाम, छद्म नाम की बहसों से अलग कुछ अच्छी ग़ज़लें पढ़िए. इरशाद खान सिकंदरकी गजलों की किताब आई है- आंसुओं का तर्जुमा. उसी anybook प्रकाशन से जिसने कुछ समय पहले जौन एलिया की किताब 'गुमान'छापी थी. 1.बन्द...
View Articleरविकांत की किताब और उनकी भाषा लीला
मीडिया की भाषा-लीला- यह इस साल की सबसे सुसज्जित पुस्तक है. प्रकाशक वाणी प्रकाशनहै. रविकांतकी यह हिंदी में पहली प्रकाशित पुस्तक है. महज इससे रविकांत का महत्व नहीं समझा जा सकता है. पिछले करीब तीन दशकों...
View Articleमंदाक्रांता सेन की कविताएँ
आज मंदाक्रांता सेनकी कविताएँ. समकालीन बांगला साहित्य में मंदाक्रांता सेन का नाम जाना-माना है. उनको आनंद पुरस्कार भी मिल चुका है. उन्होंने साहित्य अकादेमी का युवा पुरस्कार लौटा दिया था. उनका एक उपन्यास...
View Articleहम केवल बातन के तेज़
वरिष्ठ पत्रकार और लेखक रंजन कुमार सिंहने भारत-पाकिस्तान तनाव के सन्दर्भ में प्रधानमंत्री के हाल के भाषण के ऊपर बहुत विचारोत्तेजक लेख लिखा है- मॉडरेटर ========================================एक थे...
View Articleदेव आनंद के ऊपर दिलीप कुमार
दिलीप कुमारऔर देव आनंद समकालीन अभिनेता ही नहीं थे अच्छे दोस्त भी थे. देव साहब के निधन पर दिलीप कुमार ने यह लिखा था. कल देव आनंद का जन्मदिन था तो सैयद एस. तौहीदने इस लेख की याद दिलाई. आप भी पढ़िए-...
View Articleप्रवीण कुमार झा का व्यंग्य 'मिक्स्ड डबल'
पिछले दिनों युवा लेखक प्रवीण कुमार झाकी किताब आई 'चमनलाल की डायरी'. इस पर लेखक का नाम वामा गांधी है. वे इसी नाम से शायद ब्लॉग लिखा करते थे. बहरहाल, यह किताब अपने आप में सेल्फ पब्लिशिंग का अच्छा उदाहरण...
View Articleहुमैरा राहत की ग़ज़लें
हुमैरा राहतके शेर पढता रहता था. अभी हाल में ही उनकी गजलों और नज्मों का संकलन हाथ में आया- पांचवीं हिजरत. किताब राजपाल एंड संज प्रकाशन से आई है. उसी से कुछ ग़ज़लें- मॉडरेटर...
View Articleपुरूष अहेरी है, नारी शिकार!
शर्मिला बोहरा जालानजो भी लिखती हैं उसको एक ठोस वैचारिक जमीन देने की कोशिश करती हैं. यह समकालीन लेखिकाओं में विरल तत्त्व है जो उनके लेखन में प्रबल है. बहरहाल, फिल्म 'पिंक'देखने के बाद और उसके हो-हल्ले...
View Articleपाकिस्तान का नमक खाया है
नॉर्वे-प्रवासी डॉक्टर व्यंग्यकार प्रवीण कुमार झाआज नए व्यंग्य के साथ- मॉडरेटर =======================================================मैं पाकिस्तान का नमक खाता हूँ। भड़किये नहीं! मैं ही नहीं, कई प्रवासी...
View Articleक्या 2 अक्टूबर 1869 महात्मा गाँधी की सही जन्मतिथि नहीं है?
लोग भी किन किन बातों पर कितना शोध करते हैं. एक सदानंद पॉलजी हैं. पढ़िए इन्होने क्या शोध किया है? हाँ, लेख के बाद उनका परिचय भी धैर्यपूर्वक पढियेगा- मॉडरेटर ========================================आज से...
View Articleनिर्मल वर्मा की कहानी 'धूप का एक टुकड़ा'
पिछले दिनों निर्मल वर्मापर एक बहस में अर्चना वर्मा मैम ने यह बात कही ही कि समकालीन जीवन से सबसे ज्यादा निर्मल वर्मा की कहानियां कनेक्ट करती हैं. इस कहानी को पढ़िए तो पता चलेगा कि अकारण नहीं है कि निर्मल...
View Articleसाढ़े तीन कविता, सीपियों वाला पेंसिल बॉक्स और पीले पेपर के डिज़ाइन
हिंदी में किशोरों के जीवन, उनकी शिक्षा, उससे जुड़े तनावों को लेकर कम कहानी लिखी गई है. प्रबुद्ध जैन की यह कहानी उसी तरह की है- मॉडरेटर ===============================बात साल 2007 की है। अंशुल फ़िफ़्थ...
View Articleअसाधारण खिलाड़ी को महानायक बनाने वाली फिल्म
धोनी अकेले क्रिकेट खिलाड़ी हैं जो बायोपिक के साथ खेल से विदाई लेंगे। उनका जीवन, उनका कैरियर किसी पुरा-नायक जैसा बनाता है उनको। नीरज पांडे ने उनके ऊपर कमाल की फिल्म बनाई है- ms dhoni-untold story, जिसे...
View Articleधोनी के मौन सन्यास पर फिल्म भी मौन है!
धोनी कई बार पॉल कोएलो के उपन्यास 'अलकेमिस्ट'के नायक की तरह लगता है, जिसने सपने देखे और उनको हकीकत में बदल दिया। "एमएस धोनी-अनटोल्ड स्टोरी"उसी नायक की कहानी है। नीरज पांडे के इस बायोपिक पर आज नवल किशोर...
View Articleशाज़ी ज़माँ का 'अकबर'
अकबर भारतीय इतिहास के सबसे बड़े नायकों में एक हैं. उनके ऊपर पहला उपन्यास आ रहा है- 'अकबर'. लिखा है शाज़ी ज़माँने. प्रकाशक है राजकमल प्रकाशन. आज जानकी पुल के पाठकों के लिए उसका एक अंश- मॉडरेटरयह उपन्यास...
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