अलका सरावगी के नए उपन्यास का अंश
अलका सरावगीमेरी सबसे प्रिय लेखिकाओं में हैं. उनका हर उपन्यास जीवन को, समाज को समझने की एक नई खिड़की खोलता है. हर बात वही चिर परिचित किस्सागोई, वही कोलकाता लेकिन लेकिन एक नई छवि. समकालीन लेखकों में ऐसा...
View Articleकक्का जेपी बनकर क्रांति करेंगे!
नॉर्वे प्रवासी मिथिलावासी डॉक्टर व्यंग्यकार प्रवीण कुमार झाके 'कक्का'इस बार क्रांति के मूड में लौट आए हैं. पढ़िए- मॉडरेटर ===================सुबह उठा तो बर्फ की चद्दर बिछी पड़ी थी। पूरी रात बस बर्फ...
View Articleदेशभक्ति के दौर में 'देश'से जुड़ा 'देस'का किस्सा
आजकल अजब माहौल है. लोग बात बात में 'देश'की बात करने लगते हैं. कहने लगते हैं देश से बड़ा कुछ नहीं होता. एक बार ऐसे ही मेरे अपने 'देस'के नंदन ठाकुर के ऊपर यह धुन सवार हो गई थी कि वे दिल्ली जायेंगे देश को...
View Articleराकेश श्रीमाल की कविताएँ
बहुत दिनों से जानकी पुल पर कविताएँ नहीं लगाईं थी. आज एक दुर्लभ कवि राकेश श्रीमालकी कुछ कविताएँ. वे हिंदी कविता की किसी होड़ में नहीं हैं, सफलता के किसी मुहावरे को उन्होंने नहीं अपनाया. बरसों से कविताएँ...
View Articleअम्बर्तो इको का उत्तर-आधुनिक मायालोक
उत्तर आधुनिकता के प्रमुख व्याख्याकारों, लेखकों में अम्बर्तो इकोका नाम बहुत प्रमुखता से लिया जाता है. उनके ऊपर यह लेख विजय शर्माने लिखा है- मॉडरेटर कुछ साल पहले एक फ़िल्म देख रही थी। खूब मजा आ रहा था।...
View Articleगीताश्री की नई कहानी 'दमिश्क की भूलभुलैया और अलादीन का चिराग'
गीताश्रीमेरी बड़ी बहन हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उनके लिखे को भी मैं उसी तरह से देखता हूँ. बल्कि उनकी कई चर्चित कहानियों का मैं घनघोर आलोचक रहा हूँ. बहरहाल, जो बात उनकी कहानियों के सन्दर्भ में...
View Articleएक दिलचस्प जासूसी उपन्यास का अंश
अफवाहों का दौर चल रहा है, ऐसे समय में संदेह, जासूसी का भय बढ़ जाता है. जानकी पुल के मेल में अनाम पते से एक जबरदस्त जासूसी उपन्यास आया है. गुप्तचर्या की परम्परा भारत में अति प्राचीन काल से चली आ रही है....
View Articleदिव्या विजय की बाल कहानी 'यक्ष की शामत आई'
आज बाल दिवस है. प्रस्तुत है दिव्या विजयकी बाल कहानी- मॉडरेटर ===============================================राजकुमार अजय आखेट के लिए निकले हुए थे. वह जूनागढ़ रियासत के इकलौते, मन्नतों से माँगे गए लाड़ले...
View Articleमाँ, मैंने आज काला धन पहचान लिया
'दर्रा दर्रा हिमालय'वाले डॉक्टर-लेखक अजय सोडानीने नोटबंदी के दौर में यह स्मरण कथा लिखी है- मॉडरेटर =========================================== माँ तू झूठी थी जैसे-जैसे सर पर चाँदी बढ़ती है और खुपड़िया...
View Articleनोट पर महात्मा गाँधी की तस्वीर: सही या गलत?
लोग किस तरह से शोध करते हैं? किन विषयों पर शोध करते हैं? देखने के लिए सदानंद पॉल के इस लेख को पढ़िए. नोट पर महात्मा गाँधी की तस्वीर को लेकर उन्होंने कितनी मशक्कत की. दिलचस्प है- मॉडरेटर...
View Articleरंगीला शहंशाह और रंगीलावाद
पेशे से डॉक्टर प्रवीण कुमार झा रहते नॉर्वे में हैं लिखते हिन्दुस्तान की स्थितियों पर हैं. वामा गाँधी के नाम से 'चमनलाल की डायरी'नामक एक किताब लिख चुके हैं. मूलतः व्यंग्यकार हैं. कई बार उनको पढ़ते हुए...
View Articleउमेश पन्त का 'इनरलाइन पास'
मुझे यात्राएं बहुत पसंद है और उनके बारे में पढना. अक्सर सोचता हूँ यात्रा वृत्तान्त लिखूं लेकिन टाल जाता हूँ. अच्छे अच्छे ट्रेवेलौग पढता हूँ और खुश होता रहता हूँ. आजकल उमेश पन्तके यात्रा-वृत्तान्त...
View Articleहरमिंदर सिंह हमराज़ और हिंदी फिल्म गीत कोश
एक आदमी ने लगभग पूरी जिंदगी लगाकर हिंदी फिल्म के गीतों का संकलन तैयार कर दिया. हरमन्दिर सिंह हमराज़के हिंदी फिल्म गीत कोशउसी धुन का नतीजा है. उसके बारे में लिखा है सैयद एस. तौहीदने- मॉडरेटर...
View Articleकई जरूरी सवाल उठाने वाली फिल्म 'डियर जिंदगी'
शाहरुख़ खान-आलिया भट्ट की फिल्म 'डियर जिंदगी'कल रिलीज हुई. फिल्म की एक संवेदनशील रिव्यू दिव्या विजयने लिखी है- मॉडरेटर ============================ महिला निर्देशकों के साथ बॉलीवुड के स्त्री-किरदार...
View Articleलव यू जिंदगी.. 'डियर जिंदगी'
शाहरुख़ खान-आलिया भट्ट अभिनीत गौरी शिंदे निर्देशित फिल्म 'डियर ज़िन्दगी'लोगों को प्रभावित कर रही है. उनको अपने जीवन के करीब महसूस हो रही है. आज सैयद एस. तौहीद ने इस फिल्म पर लिखा है- मॉडरेटर...
View Articleगुरदयाल सिंह की कहानी 'सांझ'
पंजाबी भाषा के प्रसिद्ध लेखक गुरदयाल सिंहका हाल में ही निधन हुआ. उनकी कहानी का हिंदी अनुवाद प्रस्तुत है. अनुवाद किया है युवा कवयित्री रश्मि भारद्वाजने- मॉडरेटर...
View Articleनीरज पाण्डेय की नई कविताएँ
नीरज पाण्डेयकी कविताओं का स्वर समकालीन कविताओं में सबसे अलग है. इसीलिए वे मेरे पसंदीदा कवियों में एक हैं. बहुत कम लिखते हैं लेकिन जैसे आत्मा की स्याही से लिखते हैं. कविताओं को यही 'आत्म'विश्वसनीय बनाता...
View Articleमातृभाषाओं में शिक्षा को लेकर गहरी उदासीनता है
मातृभाषा में शिक्षा के सम्बन्ध में बांगला भाषा में अमिताभ देव चौधुरीका बहुत ही विद्वत्तापूर्ण लेख आया था. जिसका अनुवाद करके हमें भेजा गंगानंद झाजी ने. आप भी पढ़िए- मॉडरेटर...
View Articleजम्मू-कश्मीर के कवि कमलजीत चौधरी की कविताएँ
कमलजीत चौधरी जम्मू कश्मीर के साम्बा में रहते हैं और अपने देश पर कविताएँ लिखते हैं. इसमें कोई संदेह नहीं कि हाल के वर्षों में अपनी कविताओं से उन्होंने हिंदी कविताओं के विस्तृत संसार में अपनी ठोस पहचान...
View Articleगाब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की कहानी 'गाँव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है'
आजकल के माहौल में अचानक मार्केज़की यह कहानी याद आ गई. मूल स्पैनिश भाषा से अनुवाद किया है युवा कवि-लेखक श्रीकांत दुबे. बहुत छोटी सी कहानी है. पढ़कर बताइयेगा कि यह समकालीन माहौल से कितनी मिलती जुलती है-...
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