गाब्रिएल गार्सिया मार्केज़ की कहानी 'बड़ी अम्मा का फ्यूनरल'
आज मार्केज़की इस कहानी की याद आ गई. कुछ साल पहले इसका अनुवाद अपर्णा मनोजने किया था. कैसे यथार्थ जादुई हो जाता है इसके लिए पढ़िए- मॉडरेटर...
View Articleपंकज दुबे की कहानी 'किमची'दिव्या विजय के हिंदी अनुवाद में
पंकज दुबेअंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में समान रूप से दक्ष लेखक हैं लेकिन कोरिया की पृष्ठभूमि की यह कहानी उन्होंने अंग्रेजी में लिखी थी, जिसका अनुवाद लेखिका दिव्या विजयने किया है. कहानी और अनुवाद...
View Articleजीवन भर की दोस्ती की सच्ची कहानी
शालिनी श्रीनेत आजकल कुछ सच्चे किरदारों से मिलकर उनकी उनके बारे में लिख रही हैं जिनका जीवन अपने आप में कम अफसाना नहीं रहा. ऐसी ही एक कहानी एक लोक-कलाकार और एक चित्रकार, सिरेमिक कलाकार की प्रेम कहानी आज...
View ArticleDeclothisation(विवस्त्रीकरण) ही विकास की कुंजी है!
इधर विमुद्रीकरण को विकास की कुंजी बताया जा रहा है. कैशलेश होने की बात की जा रही है. व्यंग्यकार-डॉक्टर प्रवीण कुमार झाप्रस्तावित कर रहे हैं कि Declothisation(विवस्त्रीकरण) ही विकास की कुंजी है. पढ़ा जाए-...
View Articleआम जन के मन की बेचैन पीड़ा के कवि रघुवीर सहाय
हम जानकी पुल वाले अक्सर देर लेट हो जाते हैं. मेरे प्रिय कवि रघुवीर सहायका जन्मदिन कल था यह लेख आज लगा रहे है. मेरी प्रिय लेखिकाओं में एक कविताने लिखा है. आजादी के बाद हिंदी कविता को जितना बड़ा मुहावरा...
View Articleभूपेंद्र अबोध फैलाना तो खूब जानते थे समेटना नहीं
भूपेंद्र अबोधमेरे लिए एक मिथकीय पुरुष थे. मनोहर श्याम जोशी सबसे अधिक किस्से उनके ही सुनाते थे. जो सबसे बड़ा किस्सा था वह ‘कजरी’ फिल्म बनाने का था. पटना की एक तवायफ की संभ्रांत स्त्री बन जाने की एक कहानी...
View Article'जन गण मन'का 'अधिनायक'कौन है?
सदानंद पॉलबिहार के कटिहार जिले के नवाबगंज कस्बे में एक कॉलेज में पढ़ाते हैं. उन्होंने 14 हजार से अधिक आरटीआई डाला है. जानकी पुल पर उनको हम पहले भी पढ़ चुके हैं. इस बार उन्होंने राष्ट्रगान पर आरटीआई डाला...
View Articleपुलिनविहारी सेन को लिखा रवीन्द्रनाथ का पत्र
सुबह कटिहार में प्राध्यापक सदानंद पॉलद्वारा राष्ट्रगान को लेकर आरटीआई के हवाले से पाई सूचनाओं के आधार पर एक पोस्ट लगाईं थी. भाई उत्पल बनर्जीने अपने फेसबुक वाल पर 'जन गण मन'को लेकर रवीन्द्रनाथ टैगोर का...
View Articleलता मंगेशकर की लोकप्रिय छवि से हटकर है यह किताब
इस साल के आखिरी महीनों में 'लता सुर गाथा'की काफी चर्चा रही. लता मंगेशकर की संगीत साधना पर उनके साथ लम्बी बातचीत के आधार पर युवा लेखक-कवि यतीन्द्र मिश्रकी यह किताब संगीत की देवी लता मंगेशकर को...
View Articleकम्युनिकेटर गांधी का चम्पारण प्रयोग
महात्मा गाँधी के चंपारण सत्याग्रहके सौ साल होने वाले हैं. जाने माने पत्रकार और राजनीतिक चिन्तक अरविन्द मोहनने चंपारण सत्याग्रह पर एक किताब लिखी है जो भारतीय ज्ञानपीठसे शीघ्र प्रकाशित होने वाली है. उस...
View Articleक्षितिज राय की कहानी 'हाईवे का रॉकस्टार'
युवा लेखक क्षितिज रायके उपन्यास 'गन्दी बात'का बहुत इन्तजार है. कल उसके उपन्यास का फेसबुक पेज आया तो उसकी कहानियां याद आई. जब तक उपन्यास नहीं आता है तब तक उसकी यह कहानी पढ़िए. भाषा और शैली बहुत अलग है....
View Articleराहुल झाम्ब की कविताएँ
राहुल झाम्बबिजनेस मैनेजमेंट के ग्रेजुएट हैं. मूलतः बीकानेर के हैं लेकिन रहते बंगलौर में हैं.संवेदनशील कवि हैं. कविता से उनका नाता वैसे ही दिखता है जैसे जीवन का रूह से होता है. बहुत अलग मिजाज के इस कवि...
View Articleक्या राष्ट्रगान का अनुवाद सुभाष चन्द्र बोस ने किया था?
बिहार के कटिहार जिले के एक कस्बे में पढ़ाने वाले प्राध्यापक सदानंद पॉलआरटीआई विशेषज्ञ हैं. उन्होंने राष्ट्रगान के सम्बन्ध में भारत सरकार से आरटीआई के माध्यम से सूचना मांगी थी. आश्चर्य की बात है कि सरकार...
View Articleहरेप्रकाश उपाध्याय का व्यंग्य 'फतेहगंज का साहित्य समारोह'
हरेप्रकाश उपाध्याय 'बखेड़ापुर'जैसा उपन्यास लिख चुके हैं, आजकल 'मंतव्य'जैसी सुसंपादित पत्रिका के संपादक हैं. 'खिलाड़ी दोस्त'रह चुके हैं. वैसे तो उनके लेखन में व्यंग्य भाव अन्तःसलिला की तरह रही है लेकिन...
View Articleप्रकाश के. रे के अनुवाद में कविता
प्रकाश के. रेका एक रूप यह भी है. पत्रकारिता, फिल्मपर लेखन के अलावा वे समय मिलने पर कविताओं के अनुवाद भी करते हैं. कुछ चुनिन्दा कविताएँ उनके अनुवाद में- मॉडरेटर...
View Article'गांधी-मार्ग'के गजधर का (न) जाना
आज सुबह उठते ही पता चला कि अनुपम मिश्रनहीं रहे. 2000 के आसपास के वर्षों में उनके संसर्ग में अपना माथा साफ़ हुआ था. बहरहाल, मित्र कवि-संपादकपीयूष दईयाने उनको याद करते हुए एक छोटा सा लेख लिखा है जो उनके...
View Articleविभाजन की त्रासदी और फिल्म 'मैंगो ड्रीम्स'
हाल में ही पटना फिल्म फेस्टिवल में फिल्म 'मैंगो ड्रीम्स'का प्रदर्शन हुआ. फिल्म की काफी सराहना हो रही. इसी फिल्म पर एक टिप्पणी सैयद एस. तौहीद ने लिखी है- मॉडरेटर...
View Articleसाहित्य में अपशब्द या अश्लीलता समय-समय पर धमाका करते आए हैं!
डॉक्टर साहब की नई चिट्ठी है. प्रवीण कुमार झा के व्यंग्य हम लोग पढ़ते रहे हैं. आज उनका यह लेख साहित्य में 'अपशब्दों'के प्रयोग ओ लेकर है- मॉडरेटर ========================================हाल ही में कुछ...
View Articleबोर्खेज़ की कहानी 'बेबीलोन की लॉटरी'
आजकल महान अर्जेंटीनी लेखक बोर्खेज़की कहानी बेबीलोन की लॉटरी'की बहुत याद आ रही है. किस तरह से लॉटरी के खेल में पूरा देश उलझ जाता है. शिल्प के स्टार पर इस मुश्किल कहानी का अनुवाद किया है लेखिका दिव्या...
View Articleशंख घोष की प्रतिनिधि कविताएँ
शंख घोषको ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला तो हम ने उत्पल बैनर्जीसाहब से उनकी कविताओं के लिए अनुरोध किया. उत्पल जी को आभार के साथ शंख घोष की कवितायें उत्पल बैनर्जीके सुन्दर अनुवाद में उन्हीने के नोट के साथ-...
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