‘बनमाली गो तुमि पर जनमे होइयो राधा’
गरिमा श्रीवास्तवप्रोफ़ेसर हैं और बहुत अच्छी लेखिका हैं. यह उनके इस यात्रा वृत्तान्त को पढ़ते हुए अहसास होता है. क्रोएशिया का यह यात्रा वृत्तान्त रचनात्मक गद्य का एक शानदार नमूना है. पढियेगा- मॉडरेटर...
View Articleमैं भारतीय हूँ, और मैं रेफूजी नहीं
दिल्ली के इरविन हॉस्पिटल से पढाई करने के बाद प्रवीण कुमार झाअमेरिका में चिकित्सक बने. आजकल नॉर्वे में हैं. वहीं से उन्होंने एक मार्मिक पत्र भेजा है. आप सब भी पढ़ें- मॉडरेटर...
View Articleविवेक निराला की कविताएं
कल विवेक निरालाका जन्मदिन था. विवेक की कविताओं की चर्चा नहीं होती है. उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि की चर्चा बहुत होती है. उनके नाम के साथ ऐसे कवि का नाम जुड़ा है जिनकी कभी हमने पूजा की है. लेकिन विवेक की...
View Articleसुधांशु फिरदौस की कुछ अप्रकाशित कविताएं
आजकल कवियों के लिए अभिव्यक्ति के इतने माध्यम हो गए हैं कि मेरे अनेक प्रिय कवि संयम खोकर रोज की वर्जिश की तरह कविता लिख रहे हैं और हास्यास्पद होते जा रहे हैं. ऐसे में सुधांशु फिरदौसका संयम प्रभावित करता...
View Articleअनुलता राज नायर की कहानी 'केतकी'
अनुलता राज नायरन्यू एज लेखिका हैं. हो सकता है साहित्यिक हलकों में उनकी कहानियों को लेकर चर्चा न होती हो, लेकिन वह दायरा बहुत सिमटा हुआ, आत्ममुग्ध है. अनुलता लोकप्रिय माध्यमों के लिए लिखती हैं और भाषा...
View Articleलोकनायक जयप्रकाश नारायण की कहानी 'टॉमी पीर'
लोकनायक जयप्रकाश नारायणने कम से कम दो कहानियां लिखी थी. आजकल जिस तरह का माहौल है उसमें अचानक इस कहानी की याद आ गई- जानकी पुल.============================================= शहर के बाहर एक मशहूर पीर का...
View Articleहेमिंग्वे की कहानी 'एक लेखिका लिखती है'
जुलाई का महीना हेमिंग्वेका महीना है. इसी महीने 21 तारीख को इस बेमिसाल लेखक का जन्म हुआ था और 2 जुलाई को उन्होंने आत्महत्या की थी. न कह कर कहने की अदा के इस लेखक की तरह कहानी लिख पाना आज भी बहुत मुश्किल...
View Articleउपासना झा की कहानी 'ईद मुबारक'
आज ईद का मुबारक त्यौहार है. सेवैयाँ खाने के इस त्यौहार को मीठी ईद भी कहते हैं. यही दुआ है कि समाज में मीठापन आये, कडवाहट घुल जाए. आज जानकी पुल पर पढ़िए युवा लेखिका उपासना झा की कहानी 'ईद मुबारक'. सबको...
View Articleयाद आई प्रेम के एक न भूले जाने वाले उपन्यास 'द डेविल इन द फ्लेश'की
ये जो कम उम्र का लड़का और बड़ी उम्र की लड़की के प्यार का फार्मूला है न वह इसी लेखक के उपन्यास से शुरू हुआ था. महज 20 साल की उम्र में फ्रेंच साहित्य में प्रेम का एक न भूला जाने वाला उपन्यास लिखकर मर जाने...
View Articleरस्किन बांड का एक संस्मरण-किस्सा और हिंदी में उनकी नई किताब
रस्किन बांडऐसे लेखक हैं जिनके पाठक हर उम्र के हैं, हर वर्ग के. मेरी बेटी भी उनकी पाठिका है और मैं भी. बहरहाल, उनकी किताब 'बुक ऑफ़ ह्यूमर'का हिंदी अनुवाद शीघ्र राजपाल एंड सन्ज से प्रकाशित होने वाला है....
View Articleहेमिंग्वे की कहानी 'आज शुक्रवार है'
जुलाई का महीना अर्नेस्ट हेमिंग्वेका महीना है. उस लेखक जो दुनिया के सबसे महान कथा-लेखकों में एक थे. आज उनकी यह कहानी 'आज शुक्रवार है', जो नाटकीय शैली में लिखी गई है और इसमें तीन रोमन सिपाहियों की बातचीत...
View Articleदिव्या विजय की कहानी ‘मन के भीतर एक समंदर रहता है’
दिव्या विजयड्रैमैटिक्स में स्नातकोत्तर हैं. आठ साल बैंकॉक में बिताकर आई हैं. कुछ नाटकों में अभिनय कर चुकी हैं. आकाशवाणी में रेडियो नाटकों के लिए आवाज देती हैं. यह उनकी दूसरी प्रकाशित कहानी है. काफी अलग...
View Articleपंकज दुबे की अंग्रेजी कहानी उपासना झा का हिंदी अनुवाद- एक आधा इश्क
पंकज दुबेन्यू एज लेखक हैं, हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखते हैं. वे संभवतः अकेले लेखक हैं जो स्वयं अंग्रेजी-हिंदी में एक साथ उपन्यास लिखते हैं. अब तक दो उपन्यास प्रकाशित हैं- लूजर कहीं का और...
View Articleजिसने शायरी के फन में अदब को सम्भाल रक्खा है : राजेश रेड्डी
सौरव कुमार सिन्हाका एक लेख 'लल्लनटॉप'पर पढ़ा था जौन एलिया की शायरी पर. बहुत मुतास्सिर हुआ था. अब आप हिंदी के शायर राजेश रेड्डीकी शायरी पर उनका यह लेख पढ़िए आप भी मुतास्सिर हो जायेंगे- मॉडरेटर...
View Articleसौम्या बैजल की कहानी 'कॉपी'
यह कहानियों का लप्रेक काल है. जीवन में-कहानियों में छोटी-छोटी बातों को महत्व देने का दौर. युवा लेखिका सौम्या बैजलकी इस छोटी कहानी को ही देखिये- मॉडरेटर...
View Articleइब्ने सफी लोकप्रिय धारा के प्रेमचन्द थे!
26 जुलाई को इब्ने सफीका का जन्मदिन और पुण्यतिथि दोनों है. वे जासूसी उपन्यास धारा के प्रेमचंद थे. हिंदी-उर्दू में उन्होंने लोकप्रिय साहित्य की इस धारा को मौलिक पहचान दी. आज उनको याद करते हुए 'दैनिक...
View Articleरजनी मोरवाल की कहानी 'खूबसूरत फूल के लिए'
रजनी मोरवालके कहानी संग्रह 'कुछ तो बाकी है'के प्रकाशन के बाद से उनकी कहानियों की खूब चर्चा हो रही है. उनकी कहानियां चर्चा के लायक हैं या नहीं आप खुद पढ़कर बताइए-...
View Articleपाठक भी तो घाघ है
नॉर्वेवासी डॉक्टर प्रवीण कुमार झाने किताबों के घटते-बढ़ते बाजार का दिलचस्प आकलन किया है. अलग-अलग स्टेशनों पर किताबों की बिक्री की क्या स्थिति है. बहुत रोचक अंदाज़ में. पढियेगा तो डॉक्टर साहब के आप भी...
View Articleशशि कपूर की 'असीम'जीवनी
इससे पहले राजेश खन्ना की जीवनी पढ़ी थी. यासिर उस्मान की लिखी हुई. आजकल फ़िल्मी कलाकारों की जीवनियों का ऐसा दौर चला हुआ है कि पढ़ते हुए डर लगता है- पता नहीं किताब कैसी निकले? लेकिन शशि कपूरकी जीवनी ‘द...
View Articleमनीषा कुलश्रेष्ठ के उपन्यास 'स्वप्नपाश'का एक अंश
स्वप्नपाश का एक अंशहाल में ही मनीषा कुलश्रेष्ठका उपन्यास आया है 'स्वप्नपाश'. मनीषा हर बार एक नया विषय उठाती हैं, नए अंदाज़ में लिखती हैं. ये उपन्यास भी उसका उदाहरण है. बहरहाल, उपन्यास मैंने अभी तक पढ़ा...
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